उत्तर प्रदेश सरकार का आदेश 77,889 किसानों के खाते से किसान सम्मान निधि का पैसा वापस लिया जाए।। मृत व्यक्ति को भी मिल रहा किसान सम्मान निधि का पैसा।। magnewzindia

 

उत्तर प्रदेश सरकार का आदेश 77,889 किसानों के खाते से किसान सम्मान निधि का पैसा वापस लिया जाए।। मृत व्यक्ति को भी मिल रहा किसान सम्मान निधि का पैसा।। magnewzindia

उत्तर प्रदेश में चुनावी पिच पर गेमचेंजर बनी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर एक बहुत बड़ी चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है। इसमें एक दो नहीं बल्कि 77889 ऐसे किसानों के बैंक खातों में यह किसान समान निधि डाल दी गई है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है। शासन ने अब सभी जिलों में पत्र भेजकर सह खाताधारक या बैंकों से संपर्क साधकर इस धनराशि को रिकवरी के निर्देश दिया है।
सरकार ने 01/02/2019 से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि शुरू की थी। इसके तहत पात्र किसानों के खाते में सरकार हर वर्ष दो-दो हजार की तीन किस्तों के जरिए कुल छह हजार रुपये सीधे किसान के खातों में भेजती है। यूपी में लगभग 2 करोड़ 55 लाख 80 हजार किसानों के खातों में लगभग 45 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि का भुगतान किया गया।

सर्वे में सामने आई गड़बड़ी

 

सरकार ने जब इसका जमीनी स्तर परसर्वे करवाया तो मृतक किसानों के खातों में निधि भेजने का मामला प्रकाश में आया। ना ही मृतकों के वारिसों ने प्रशासन को इस बारे में किसी प्रकार से सूचित किया और न ही बैंकों ने इस तरह की कोई सरकार को सूचना भेजी। ऐसे खातों में डाली गई निधि का आकलन किया जा रहा है। माना जा रहा है कि लगभग 100 करोड़ रुपये इस तरह के खातों में डाले गए हैं।

वरासत के मामलों से मिलान करने के निर्देश

अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी के मुताबिक तीन साल में वरासत के जितने भी मामले दर्ज किए गए हैं, पता लगाया जाएगा कि ऐसे कितने मामलों में राशि भेजी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मामलों में रिकवरी शुरू हो गई है। यदि खाता वारिस के नाम चला गया है तो उससे यह रकम ली जाएगी। वरासत के मामलों से मिलान होने पर ऐसे प्रकरणों की संख्या और भी बढ़ सकती है।
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आदेश दिया है कि उन सभी मृतक किसानों के खातों का जिसमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भेज दी गई है उन खातों का बारीकी से जांचकर सारी रकम की रिकवरी की जाए। बैंकों से खास तौर पर मिलान कराया जाए।

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