
Ref. No.: Jun/01/67 Date: 19/06/2023
|| श्री सद्ग
ु
रु समर्थ साटम महाराज नमः ||
|| श्री सद्ग
ु
रु समर्थ अवध
ूतानंद महाराज नमः ||
दोस्तों,
घातक अधथसत्य
आज का यह मेसेज इस बात को उजागर करना है कक कुछ लोग पूर्ााग्रह दषूित ददमाग से जानबूझकर
गलत और आंशिक जानकारी को फै ला रहे हैं। खासकर ननम्नशलखखत दो षर्ियों पर:
1) पॅनकार्थ ननवेशकोको सी. आय. आर. पी. प्रक्रिया के जररए ससफथ 2 से 3 फीसदी का ररटनथ ददया
जाएगा।
2) सी. आय. आर. पी. प्रक्रिया को तुरंत बंद करेंऔर यह सारी वसूली प्रक्रिया सेबी से करवाएं।
जैसा कक आप जानते हैं कक पॅनकाडा क्लब्स शलशमटेड कंपनी की पुन: स्थापना के शलए सीआईआरपी
प्रकिया का अंनतम और महत्र्पूर्ा चरर् अभी चल रहा है। इस चरर् में 4 संकल्प आर्ेदकों ने
आरपी श्री राजेि सुरेिचंद्र िेठ को अपनी संबंधित योजनाएं प्रस्तुत की हैं। उन योजनाओं के
अनुपालन, मूल्यांकन, बातचीत की प्रकिया र्तमा ान में युद्ि स्तर पर है। 2 जून 2023 को सभी चार
संकल्प आर्ेदकों के साथ माननीय श्री षर्ठ्ठल डाहाके (एआर) श्री ज्ञान षपपारा (षर्त्तीय सलाहकार /
सीओसी) और श्री राघर्न सारथी (कानूनी सलाहकार / सीओसी) और श्री राजेि सेठ (आरपी) और
डेलॉइट टीम के साथ योजनाओं के अनुपालन/सत्यापन, मूल्यांकन, बातचीत पर चचाा की। इसी प्रकार
17 जून, 2023 को इसी प्रकार की एक महत्र्पूर्ा बैठक आयोजजत की गई, जजसमें उपरोक्त सभी
गर्मान्य व्यजक्तयों की उपजस्थनत में सभी संकल्प आर्ेदकोंको उनके ओरसे सभी ननर्ेिकों को
अधिकतम लाभ कै से ददया जाए, जल्द से जल्द उधचत ररटना कै से प्राप्त ककया जाए इस पर षर्स्तार
से चचाा की गई।
हालााँकक, इन चारों प्रस्तार्ों के बारेमे एक आकजस्मक चचाा के बजाय प्रस्तुत योजना के बारे में एक
ऑनलाइन बैठक लेकर गलत सलत चचाा कर ननर्ेिकों के साथ-साथ माके दटंग प्रनतननधियों के मन में
भी झूठा भ्रम पैदा करने का काम चल रहा हैऔर र्ह भी युद्ि स्तर पर।
52 लाख ननर्ेिकों की गाढी कमाई संतोिजनक ररटना के साथ र्ापस कै से शमले इसका षर्चार अब
तक हम ओम श्री सद्गरुु समथा माकेदटगं प्रनतननधि र्ेलफे यर एसोशसएिन के आधिकाररक लेटरहेड से
लगातार आपके सामने पेि करते रहे हैं। CIRP प्रकिया र्ास्तर् में क्या है, यह कै से काम करती है
और ननर्ेिकों को अलग अलग चरर्ों में उनका पैसा कै से शमलेगा, इसका षर्र्रर् हमने 5 मई 2023
के अपने पहले के 7 पेज के पत्र में ददया है। जजन्होंने अपनी आंखों से पढा है, र्े ठीक-ठीक समझ
गए हैं कक हम क्या कर रहे हैं, हमारी भूशमका क्या है और उनका प्रबल समथना हमें शमल रहा है।
लेककन जजन लोगों ने षपछले 7 पेज की िीट ककसी कारर् से नहीं पढी है, उनका र्ैचाररक भ्रम बढ
गया है। इसीशलए आज कुछ उदाहरर्ों से इसे दरू करने का यह एक छोटा सा प्रयास है।
सेबी ने पॅनकाडा क्लब्स शलशमटेड की संपषत्तयों को अपने कब्जे में लेने के बाद उनमें से 15 को कम
सौदेबाजी की कीमतों पर बेच ददया और के र्ल 110 करोड़ रुपये एकत्र ककए। इशसशलए न चाहते हुए
िेि 18 संपषत्तयों को बचाने के शलए सेबी की नीलामी प्रकिया पर 12 चतुर ननर्ेिकों ने रोक लगा दी।
नहीं तो ककसी ज्योनतिी को यह कहने में देर नहीं लगती कक आज र्े संपषत्तयां भी रद्दी के भार् बबक
गई होतीं। जब 15 संपषत्तयों को बेचकर 110 करोड़ रुपये एकत्र ककए गए, तो सेबी ने अदालत से
कहा कक हम उन ननर्ेिकों को भुगतान करेंगे जजन्होंने कम से कम 25,000/- तक ननर्ेि ककया है।
तो 25,000 से ऊपर का भुगतान करने र्ाले ननर्ेिकों के बारे में क्या? उन्हें सेबी से उनका पैसा कब
शमलेगा? यह एक पेचीदा सर्ाल है…! इसे जोड़ने के शलए, यदद िेि 18 संपषत्तयां 125 करोड़ रुपये
में बेची गईं, तो क्या होगा यदद सेबी कुल 235 करोड़ रुपये एकत्र करके ननर्ेिकों देता? एक अन्य
महत्र्पूर्ा बबदं ुयह है कक पैनोरशमक यूननर्सला या अन्य संबद्ि कंपननयों के मामले में सेबी ने कोई
कारार्ाई नहीं की है, और कोई कारार्ाई नहीं करेगा, और सेबी ने स्र्यं उस संबंि में एनसीएलटी
और एमपीआईडी अदालतों के समक्ष एक हलफनामा प्रस्तुत ककया है।
एक और मुद्दा जो र्तामान में उजागर ककया जा रहा है र्ह है DELOITTE द्र्ारा र्हन की गई
लागत (खचाा), जो CIRP प्रकिया को लागूकरने र्ाली कंपनी है?
इस प्रकिया पर अब तक करीब पांच से सात करोड़ रुपए खचा ककए जा चुके हैं। लेककन इसका ककतना
दहस्सा हमारी अपनी जेब से खचा ककया गया है? यह ध्यान ददया जाना चादहए कक यह बड़ी प्रकिया
को के र्ल और के र्ल DELOITTE कंपनी के कारर् ही लागू ककया जा सका। नहीं तो इतना बड़ा
बोझ कौन उठाता…? दसू री ओर, कुछ लोग यह भूल जाते हैं कक सेबी ने 7 माचा, 2023 को
एनसीएलटी कोटा में र्सूली प्रकिया पर 21 करोड़ रुपये खचा ककए जाने पर कोटाने सेबी को फटकार
लगाई और उक्त खचा का ब्योरा कोटा में पेि करने का आदेि ददया, लेककन सेबी की ओर से अभी
तक 21 करोड़ रुपये के खचा का कोई ब्योरा कोटा को नहीं ददया गया है. अब यह 21 करोड़ रुपये
जमा हुए कुल 110 करोड़ रुपये में से काटे जा रहे हैं, है ना? लेककन क्या उन्हें इस बात की जानकारी
नहीं होगी? सीआईआरपी प्रकिया में ककए गए व्यय को सीओसी बैठक में एक प्रस्तार् षर्धिर्त प्रस्ततु
करने और ननर्ेिकों द्र्ारा मतदान के बाद ही अनुमोददत ककया जाता है। इतने स्पष्ट िासन के
बार्जूद कुछ लोगों की अभी भी राय है कक कंपनी को सेबी को सौंप ददया जाना चादहए। मुझे नहीं
पता कक इस पर हंसना है या रोना है।
सेबी ने पीएसीएल (पर्ल्स अ ॅग्रोटेक कॉपोरेशन लिलिटेड) कंपनी के ननर्ेिकों को ररफंड देना िुरू कर ददया
है। तब PANCARD कं पनी के ननर्ेिकों को यह पैसा SEBI से शमलता। लोगों में इस तरह की भ्रांनत
भी फै लाई जा रही है, मूल रूप से पीएसीएल कंपनी पर ननर्ेिक 5 करोड़ 15 लाख 1 हजार 36 करोड़
ननर्ेिकों का कजा 57 हजार 927 करोड़ है जो पॅनकाडा क्लब्स शलशमटेड कं पनी के 8 गनु ा से भी
ज्यादा है।
यहां सेबी ने 19 लाख 61 हजार 690 ननर्ेिकों के के र्ल 919 करोड़ रुपये र्ापस ककए हैं जजन्होंने
न्यूनतम 17,000 रुपये तक (मूलिन) ननर्ेि ककया था। यानी 5 करोड़ 15 लाख 1 हजार 36
ननर्ेिकों में से कुल ननर्ेिकों में से शसफा 19 लाख 51 हजार 690 ननर्ेिकों को ही पैसा शमला. तो
बाकी 96% ननर्ेिकों का क्या…?
गखर्तकी भािामे समजाया जाए तो
(919.19 करोड़ रुपये ÷ 19,61,690 लाख ननर्ेिक = रुपये 4686/- मात्र) ।
यानी 5 करोड़ ननर्ेिकों में से के र्ल 19 लाख को सेबी द्र्ारा सामान्य रूप से अब तक औसतन
4,000 रुपये की मामूली राशि दी गई है। संक्षेप में, मूल राशि का 27% र्सूल ककया गया है। तो
17,000 रुपये से अधिक का भुगतान करने र्ाले ननर्ेिकों के बारे में क्या? उन्हें सेबी से उनका पैसा
कब शमलेगा? यह भी षर्चार करने योग्य है।
जैसा क्रक हमनेपपछले मेसेज मे बताया र्ा की पॅनकार्थ ननवेशक का पैसा CIRP प्रक्रिया के अनुसार 3
चरणों में प्राप्त होने की उम्मीद है।
चरण I: उपयुक्त समािान योजना का चयन करके PANCARD CLUBS Ltd. की िेि 18 संपषत्तयों
को पुनस्थााषपत करना। (ध्यान दें कक पैनकाडा कंपनी की शसफा 18 संपषत्तयां ही हमारे हाथ में हैं) साथ
ही षर्नय से यह उम्मीद भी करते हैं कक सेबी के पास जमा 110 करोड़ उसका ५ साल का ब्याज और
उस में से 21 करोड़ की कटौती के बाद बची हुई रकम काम आएगी।
चरण II: महत्र्पूर्ा कंपनी पॅनोरशमक यूननर्सला शलशमटेड का अधिग्रहर् करना, जो आज भी जस्थर है
प्रकिया िुरू कर दी गई है। इस संबंि में हमने ददल्ली जस्थत एनसीएलएटी कोटा में अषपली दार्ा
दायर ककया है। उस पर भी काम सही तरीके से िुरू हो गया है। सद्गुरु अर्िूतानंद महाराज की
कृपा से पररर्ाम हमारे पक्ष में होगा, यह हम सुननजचचत करें।
चरण III: अन्य संबद्ि कं पननयों और ननदेिकों की संपषत्त का अधिग्रहर् करके ननर्ेिकों का पैसा
र्सूल ककया जा सकता है।
यदद गणणत का अनुमान लगाना हो तो–::
पॅनोरसमक समूह के १०० % संपपियों मे से
1) पॅनकाडा क्लब शलशमटेड कं पनी की 35% संपषत्त। उनमें से 15 अच्छी संपषत्तयां यानी 50 प्रनतित से
अधिक संपषत्तयां पहले ही नीलामी प्रकिया के माध्यम से सस्ते मूल्य पर सेबी द्र्ारा बेची जा चुकी हैं।
(110 करोड़) िेि 18 सपं षत्तयों के शलए सीआईआरपी प्रकिया जारी है। यानी कुल 100% एसेट्स में से
17 से 18% के शलए अभी 4 ररजॉल्यूिन प्लान चल रहे हैं, 3 से 5% पर जानबूझकर इस मुद्दे को
छुपाकर चचाा की जा रही है। र्ैसे भी इसमें से हमें पहली स्टेज पर पहुंचना है।
2) पैनोरशमक यूननर्सला शलशमटेड के स्र्ाशमत्र् र्ाली 55% संपषत्त और
3) सहयोगी कं पननयों और प्रमोटरों (ननदेिकों) के स्र्ाशमत्र् र्ाली 10% संपषत्त।
शमत्रों, भले ही आज यह एक चुनौती जैसा लग रहा हो, लेककन हमें षर्चर्ास है कक ईचर्र की कृपा से
और आपके द्र्ारा शलए गए सही कानूनी ननर्या और आप सभी के मजबूत समथना के कारर् हम इसे
पार कर लेंगे। ककसी भी झूठे प्रचार से षर्चशलत न हों। कुछ लोग जो खतरनाक अिसा त्य बताने की
कोशिि कर रहे हैं, उससे हमारे काम पर ज़रा भी असर नहीं पड़ेगा। क्योंकक अब हमारा काम एक
ननजचचत मुकाम पर पहुंच गया है। आप समझदार हैंइसशलए भ्रशमत न हों।
जब भी आपको ई-र्ोदटंग करने के शलए कहा जाए तो आपको सही तरीके से र्ोट करना चादहए।
अनुरोि है कक कोई गलती न करें या मतदान करने में संकोच न करें क्योंकक मतदान एक र्ैि
सीआईआरपी प्रकिया का अशभन्न अंग है।
आप सबको िुभकामनाएं।
सद्गुरु समर्थ श्री. अवधूतानंद महाराज की (बाबा) की कृपा हम सब पर है। चचंता न करें।
िन्यर्ाद.
अवधूतचचतं न श्री गुरूदेव दि
श्री. ई. एम. गावर्े
अध्यक्ष
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